'रामराज्य' कविता-संग्रह अश्विनी कपूर की उत्कृष्ट लेखनी द्वारा उनके मन व आत्मा में उठ रहे देश प्रेम के कोमल भावों का चित्रण है।
‘भाईचारा’ से ‘उड़नतश्तरी बनी जिन्दगी’ सैंतीस कविताएं हमारे व्यक्तिगत, आर्थिक, न्यायिक, सामाजिक और राजनैतिक जीवन, जो वर्तमान में सत्ता शक्ति की हवस के कगार पर खड़ा दम तोड़ रहा है, का जाग्रत चित्रण हैं। सीधी-सरल भाषा में यह चित्रण हैं। सीधी-सरल भाषा में यह चित्रण बरबस ही मन की गहराइयों को झकझोरता हुआ एक ऐसा मंथन करता है जिससे हमारा बेहद कुरूप चेहरा साकार हो उठता है। आत्महीनता का बोध हमारी जड़ता पर तीखा प्रहार करता है और उस प्रहार से एक स्पंदन पैदा होता है – जिसमे शक्ति है नया जीवन सृजन करने की – त्रस्त और निराश जीवन को आन्दोलित कर एक नई दिशा प्रदान करने की – जहां साहस और उमंग है फिर से जीने की !