उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित "अलंकार" में अध्यात्म, धर्म एवं नैतिकता के विषय में बहुत कुछ जानकारियां मिलती हैं। अलंकार प्रेमचदं की प्रसिद्द उपन्यास है।
प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया जिस पर पूरी शती का साहित्य आगे चल सका। इसने आने वाली एक पूरी पीढ़ी को गहराई तक प्रभावित किया और साहित्य की यथार्थवादी परंपरा की नीव रखी। उनका लेखन हिन्दी साहित्य एक ऐसी विरासत है जिसके बिना हिन्दी का विकास संभव ही नहीं था।