+91-11-41631787
कविता में गीता
Select any Chapter from

     
कविता में गीता
ISBN: 81-901611-05

 

मुनिवर व्यास ने अठारह पुराण नौ व्याकरण और चार वेंदों का मन्थन करके रचना की महाभारत की । फिर महाभारत रुपी समुद्र-का मंथन करने से प्रकट हुई गीता । और गीता का मन्थन करके भगवान श्री कृष्ण ने उसके अर्थ का सार अर्जुन के मन में डाल दिया । इस अर्जुन का मन मेरा भी है, तुम्हारा भी है-और इस सृष्टि में सभी का हो सकता है यदि हम इसके भाव को अपने जीवन में धारण कर सकें।                                      
श्री कृष्ण की यह दिव्य वाणी सागर मंथन से प्राप्त हुआ अमृत है । इस अमृत की एक बूंद इस दुरूह जीवन का कल्याण कर सकती है। विश्व कल्याण की बात, देश कल्याण की बात, समाज कल्याण की बात और उस उस बात को स्थापित करने के लिए बहुत सी बहसों की भी आवश्यकता न पड़े, यदि मानव में गीता का ज्ञान प्रकाशित हो जाये सब अपने-अपने स्वधर्म- कर्म को समझ कर लोकहित में रक्त हो जाये । लोकहित का भाव मन में होगा तो अपना कल्याण स्वंय हो जाएगा । लोकहित का नियम समाज के कर्ण धारों से चलकर आम व्यक्ति तक पहुंचे तो दूसरे के कर्मो की दुहाई देने की बात कहाँ रह जाएगी इस दुरूह बन रहे जीवन की हर जटिल समस्या का समाधान छिपा है गीता में आज एक नए रूप में गीता गया की आवश्यकता है। इस समाज को इस गीता ज्ञान को सरल शब्दों में पिरोने का प्रयत्न हुआ है । श्री कृष्ण के भाव, श्री कृष्ण के शब्द आप की भाषा में निरुपित करने की चेष्टा की गयी है।

गीता में समग्र विश्व के लिए एक नया संविधान छिपा है। भक्तिभाव से अधिक लोकहित हेतु समर्पित कर्म भाव की प्रधानता है। मनुष्य मात्र की समृधि इस गीता के ज्ञान में छिपी है । श्री कृष्ण भाव सभी जाने , मन में आई हर शंका को पहचाने । आइये गीता की इस कविता के मर्म को समझने का प्रयत्न करें।

(Bhagwad Gita is not only a holy scripture. It also teaches us the true values of life Reverend saint Ved Vyas (Munivar Vedvyas) originally scripted 'The Mahabharat' after an extensive study of The Vedas, The Puranas the nice differnt languages Bhagwad Gita is the cruse of life which was explained to Veed Arjuna in the Mahabharat by none other than the Lord Krishna himself. In fact, every one should adopt the relevance of the Shrimad Bhagwad Gita in one's daily life.


The Teachings of Lord Krishna explained in Shrimad Bhagwad Gita are so relevant that we must learn to follow them to remain peaceful, happy and satisfied. There is no scope for any kind of debate on how to make this world a better living place if the mankind follows the teachings of Shrimad Bhagwad Gita. Each one of us should selflessly perform our Karmas for the benef